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8वें वेतन आयोग: फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से वेतन में कितनी होगी वृद्धि? जानें सच्चाई

  • Writer: BMW News
    BMW News
  • Mar 22
  • 2 min read

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8वें वेतन आयोग को लेकर सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स में काफी चर्चा हो रही है। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा फिटमेंट फैक्टर को लेकर हो रही है, लेकिन कई लोगों में इसे लेकर गलतफहमी है। यह सोचा जा रहा है कि अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 होगा, तो वेतन और पेंशन भी उतनी ही गुना बढ़ जाएगी, लेकिन असल में ऐसा नहीं होता। फिटमेंट फैक्टर केवल बेसिक सैलरी पर लागू होता है, न कि ग्रॉस सैलरी पर।


फिटमेंट फैक्टर एक प्रकार का मल्टीप्लायर होता है, जिसका इस्तेमाल सरकार वेतन और पेंशन को रिवाइज करने के लिए करती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.92 से 2.86 के बीच हो सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ग्रॉस सैलरी भी उतनी ही बढ़ेगी। जब वेतन को रिवाइज किया जाता है, तो कई अन्य कारकों को भी ध्यान में रखा जाता है, जैसे महंगाई भत्ता (DA) को बेसिक पे में मर्ज करना और कुछ भत्तों को जोड़ना या हटाना। इसका असर कुल वेतन पर पड़ता है, लेकिन यह पूरी तरह से फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर नहीं करता।


उदाहरण के लिए, 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था। इससे जिनकी बेसिक सैलरी 7,000 रुपये थी, उनकी सैलरी 18,000 रुपये हो गई। लेकिन यदि हम वास्तविक वृद्धि देखें, तो लेवल 1 से 3 के कर्मचारियों की सैलरी में औसतन 15% की ही वृद्धि हुई। जबकि लेवल 4 से 10 तक के कर्मचारियों को ज्यादा बढ़ोतरी मिली। इसी तरह, 6वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.86 था, लेकिन वेतन में 54% तक बढ़ोतरी हुई थी। इससे साफ है कि फिटमेंट फैक्टर की बढ़ोतरी और वेतन में वास्तविक बढ़ोतरी के बीच सीधा संबंध नहीं होता।


अगर हम पिछले वेतन आयोगों की बात करें, तो दूसरा वेतन आयोग लागू होने पर वेतन में 14.2% की बढ़ोतरी हुई थी। तीसरे में 20.6%, चौथे में 27.6%, पांचवें में 31%, छठे में 54% और सातवें में 14.3% की वृद्धि हुई थी। इससे यह साफ होता है कि हर वेतन आयोग में वेतन वृद्धि अलग-अलग रही है, और यह पूरी तरह फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर नहीं करती।


अब 8वें वेतन आयोग के गठन की बात करें, तो इसके अप्रैल 2025 में बनने की उम्मीद है। कर्मचारी इस बार अच्छी सैलरी बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उन्हें एक सम्मानजनक जीवन मिल सके। इससे पहले नेशनल काउंसिल ऑफ जॉइंट कंसल्टेटिव मैकेनिज्म (NC-JCM) ने सुझाव दिया था कि नए वेतन आयोग में वेतन, भत्तों, पेंशन और ग्रेच्युटी जैसी सेवानिवृत्ति लाभों की समीक्षा भी होनी चाहिए।


अब यह देखना बाकी है कि सरकार 8वें वेतन आयोग में क्या बदलाव करती है और इससे कर्मचारियों को कितनी राहत मिलती है। लेकिन यह तय है कि फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से वेतन में सीधी वृद्धि नहीं होगी, बल्कि इसमें कई अन्य कारक भी भूमिका निभाएंगे।

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