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पटना में चैती छठ की तैयारियाँ जोरों पर, 41 गंगा घाट और 7 तालाब व्रतियों के लिए तैयार

  • Writer: BMW News
    BMW News
  • Mar 31
  • 2 min read


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पटना में चैती छठ को लेकर गंगा घाटों और तालाबों की सफाई युद्ध स्तर पर चल रही है। जिला प्रशासन ने इस बार 41 घाटों और 7 तालाबों को अर्घ्य देने के लिए सुरक्षित घोषित किया है। छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है, इसलिए नगर निगम ने पहले से ही घाटों को तैयार करने का काम शुरू कर दिया था। नगर आयुक्त ने पदाधिकारियों को नियमित रूप से निरीक्षण करने और काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।


नगर निगम द्वारा अप्रोच रोड, बैरिकेडिंग, लाइटिंग और सफाई की विशेष व्यवस्था की गई है। नगर आयुक्त खुद इन तैयारियों का जायजा ले रहे हैं और आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं। पटना में पाटीपुल घाट से लेकर दीदारगंज तक 41 घाट बनाए गए हैं, जिसमें 7 तालाब भी शामिल हैं। इन घाटों को व्रतियों के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक बनाया जा रहा है।


अगर क्षेत्रवार बात करें तो बांकीपुर अंचल में 12 घाट, अजीमाबाद अंचल में 9, पटना सिटी अंचल में 12, पाटलिपुत्र अंचल में 7, और नूतन राजधानी अंचल में 1 गंगा घाट एवं 7 तालाब तैयार किए गए हैं। घाटों पर बैरिकेडिंग और कपड़ों से मार्किंग कर दी गई है ताकि भीड़ को सुगमता से नियंत्रित किया जा सके। इसके अलावा, घाटों पर पेयजल, शौचालय और चेंजिंग रूम की व्यवस्था भी की गई है। साथ ही, सफाई कर्मी लगातार घाटों की सफाई में लगे हुए हैं। निरीक्षण के दौरान पाटलिपुत्र के कार्यपालक पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता और पटना नगर निगम के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।


बांकीपुर अंचल में व्रतियों के लिए घाघा घाट, रोशन घाट, पथरी घाट, चौधरी टोला घाट, पटना कॉलेज घाट, रानी घाट, लॉ कॉलेज घाट, बरहरवा घाट, गांधी घाट, कृष्ण घाट, कदम घाट और कालीघाट तैयार किए गए हैं। वहीं, पटना सिटी अंचल में मिर्चाई घाट, कंगन घाट, किला घाट, खिड़की घाट, गड़ेरिया घाट, पीरदमरिया घाट, नुरुद्दीनगंज घाट, दमड़ाही घाट, अबदुर रहमानपुर घाट, नूरपुर घाट, पंचमुखी घाट और महावीर घाट पर भी छठ व्रती अर्घ्य दे सकेंगे।


पाटलिपुत्र अंचल में पाटीपुल पूरब और पश्चिम घाट, 93 नंबर घाट, 88 नंबर घाट, 83 नंबर घाट, कलेक्ट्रेट घाट, बांस घाट और एलसीटी घाट को साफ-सुथरा और सुविधाजनक बनाया गया है। इसके अलावा, नूतन राजधानी अंचल में महेंदू घाट और 7 तालाब—मानिकचंद तालाब, बीएमपी तालाब, बेउर गांव का तालाब, कच्ची तालाब, पंचमंदिर तालाब, संजय गांधी जैविक उद्यान तालाब और महुआ बाग तालाब को भी छठ व्रतियों के लिए तैयार किया गया है।


हर साल की तरह इस बार भी प्रशासन पूरी मुस्तैदी से छठ महापर्व की तैयारियों में जुटा हुआ है। घाटों पर सफाई और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। छठ महापर्व बिहार की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक है, और प्रशासन इसे सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी कर रहा है।

 
 
 

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