बिहार में नीतीश सरकार का कैबिनेट विस्तार, भाजपा कोटे से सात नए मंत्रियों ने ली शपथ
- BMW News

- Feb 26
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बिहार की राजनीति में आज एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट में सात नए मंत्रियों को शामिल किया। ये सभी मंत्री भाजपा कोटे से हैं, और इनमें विभिन्न जिलों से चुने गए विधायकों को जगह मिली है। शपथ ग्रहण समारोह 26 फरवरी 2025 को 4 बजे से पटना स्थित राजभवन में हुआ, जहां इन नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। इस विस्तार के साथ ही राज्य में कई नई राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गई हैं, क्योंकि ये सभी नए मंत्री विभिन्न समाजिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि से आते हैं। आइए जानते हैं इन नए मंत्रियों के बारे में और उनकी पहचान के बारे में।

नीतीश कैबिनेट में शामिल सात नए मंत्री और उनकी पहचान
1. विजय कुमार मंडल (सकटी, अररिया जिला)
विजय कुमार मंडल अररिया जिले की सकटी विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे एक सक्रिय नेता हैं और समाज में अपनी सक्रियता के लिए जाने जाते हैं। यह उनकी पहली बार कैबिनेट में एंट्री है, और उनके लिए यह एक बड़ा राजनीतिक कदम है।विजय कुमार मंडल को नीतीश कुमार के कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। उन्हें राज्य सरकार में सामाजिक कल्याण विभाग या पारंपरिक और पिछड़े वर्गों के विकास जैसे महत्वपूर्ण विभाग मिल सकते हैं, जो उनके क्षेत्र के लिए फायदेमंद होंगे।
2. जीवेश मिश्रा (जाले, दरभंगा जिला)
जीवेश मिश्रा दरभंगा जिले की जाले विधानसभा सीट से विधायक हैं। उनका राजनीतिक सफर भी काफी उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने हमेशा समाज के पिछड़े वर्गों के लिए अपनी आवाज उठाई है और अब मंत्री बनने से उन्हें और अधिक प्रभावी रूप से काम करने का मौका मिलेगा।जीवेश मिश्रा को सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग का मंत्री बनाया गया है। वे पिछड़े वर्गों के लिए लगातार काम करते रहे हैं, और उनके मंत्रालय में उन्हें समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए और योजनाओं पर काम करने का मौका मिलेगा।
3.संजय सरावगी (दरभंगा, दरभंगा जिला)
संजय सरावगी दरभंगा जिले से विधायक हैं। वे एक प्रमुख व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनकी राजनीति में सक्रिय भूमिका और राज्य की जनता के बीच लोकप्रियता ने उन्हें नीतीश कैबिनेट में जगह दिलाई है।संजय सरावगी को वाणिज्य और उद्योग विभाग में जिम्मेदारी दी जा सकती है। वे एक व्यापारी नेता हैं, और इस मंत्रालय में काम करने से राज्य के व्यापार और उद्योग में विकास को बढ़ावा मिलेगा।
4.मोतीलाल प्रसाद (रीगा, सीतामढ़ी जिला)
मोतीलाल प्रसाद सीतामढ़ी जिले की रीगा विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे एक प्रभावशाली नेता हैं जिन्होंने स्थानीय लोगों के विकास के लिए कई योजनाओं पर काम किया है। मंत्री बनने से उन्हें अपनी योजनाओं को और प्रभावी रूप से लागू करने का अवसर मिलेगा।मोतीलाल प्रसाद को ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग का मंत्री बनाया जा सकता है। इस पद से वे बिहार के ग्रामीण इलाकों में विकास योजनाओं को लागू करने में मदद करेंगे।
5.राजू कुमार सिंह (साहेबगंज, मुजफ्फरपुर जिला)
राजू कुमार सिंह मुजफ्फरपुर जिले की साहेबगंज विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपनी कड़ी मेहनत के लिए जाने जाते हैं। मंत्री पद पर शपथ लेकर वे राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।राजू कुमार सिंह को राजस्व और भूमि सुधार विभाग में जिम्मेदारी दी गई है। इस विभाग में उन्हें भूमि सुधार, विकास और राजस्व संबंधित मामलों पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
6. डॉ. सुनील कुमार (बिहारशरीफ, नालंदा जिला)
डॉ. सुनील कुमार बिहारशरीफ विधानसभा से विधायक हैं। वे एक डॉक्टर होने के साथ-साथ समाजसेवी भी हैं। स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में उनके योगदान को देखकर उन्हें मंत्री पद दिया गया है।डॉ. सुनील कुमार को स्वास्थ्य विभाग का मंत्री बनाया गया है। उनके पास एमबीबीएस की डिग्री है और उनका अनुभव स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा।
7. कृष्ण कुमार मंटू (अमनौर, सारण जिला)
कृष्ण कुमार मंटू सारण जिले के अमनौर विधानसभा से विधायक हैं। वे कुर्मी समाज के एक प्रमुख नेता हैं और समाज के हित में कई कार्य कर चुके हैं। वे भाजपा के सक्रिय नेता माने जाते हैं और अब मंत्री बनने से उन्हें अपनी योजनाओं को और गति देने का अवसर मिलेगा। कृष्ण कुमार मंटू को कृषि और कृषि विपणन विभाग का मंत्री बनाया जा सकता है। वे किसानों के लिए काम करने के लिए जाने जाते हैं, और इस विभाग में उन्हें किसानों की समस्याओं का समाधान करने का अवसर मिलेगा।
नीतीश कैबिनेट के इन नए मंत्रियों में विविधतापूर्ण शिक्षा और अनुभव है। इनमें से कुछ मंत्री 10वीं और 12वीं पास हैं, तो कुछ के पास उच्च शिक्षा भी है। जैसे डॉ. सुनील कुमार के पास एमबीबीएस की डिग्री है, संजय सरावगी और जिबेश कुमार स्नातकोत्तर हैं, और राजू सिंह के पास पीएचडी की डिग्री है। ये सभी मंत्री राज्य की अलग-अलग सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हैं, जो इसे और भी दिलचस्प बनाता है।इस विस्तार के बाद अब नीतीश सरकार की कैबिनेट में कुल सात नए चेहरों की मौजूदगी है, जो बिहार के विभिन्न हिस्सों का प्रतिनिधित्व करेंगे और राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।








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